11-12 साल की उम्र में नीरज चोपड़ा का वजन 80 किलोग्राम हुआ करता था। गांव में जब वह कुर्ता पहनकर बाहर निकलते तो बच्चे सरपंच कहकर चिढ़ाते थे। बचपन का वही मोटा सरपंच आज दुनिया का सर्वश्रेष्ठ जैवलिन थ्रोअर बन गया। ओलिंपिक में गोल्ड मेडकर जीतकर इतिहास रच दिया।
नीरज अब अभिनव बिंद्रा के बाद व्यक्तिगत इवेंट में स्वर्ण जीतने वाले दूसरे हिंदुस्तानी बन गए। 23 साल के नीरज से पहले एथलेटिक्स में कभी भी भारत को कोई ओलिंपिक मेडल नहीं मिला था।
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